बुधवार, 12 जनवरी 2011

खटीमा ब्‍लागर मीट की दूसरी किश्‍त


होनी है यहां ब्‍लागर मीट
कोई कमी न रह जाए।
हर तरफ नजर है मयंक जी की
दिशा निर्देशों के साथ हैं व्‍यस्‍त
मस्‍त और अलमस्‍त

ये सभी ठोक रहे हैं कील
जी हां, कील नहीं मील का पत्‍थर है ये
दीवार पर पोस्‍टर नहीं लग रहा....
पूरे विश्‍व में चमकेगा
बनाएगा अपनी शान और पहचान

हंसते रहो, हंसाते रहो
इस नेक ख्‍याल के जन्‍मदाता हैं ये
अपनी कथनी को सार्थक बना रहे हैं
आप भी शामिल हो जाइये इनके साथ
चलिए कल फिर मिलेंगे............

4 टिप्‍पणियां:

  1. आदरणीय पवन चन्दन जी
    नमस्कार स्वीकार करें
    आपके मिलकर हार्दिक प्रसन्नता हुई ..पहले खटीमा से जीवंत प्रसारण और अब आपकी पोस्ट्स
    उन लम्हों को यादगार बना रही हैं ..आपका बहुत बहुत आभार

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टिप्‍पणी की खट खट
सच्‍चाई की है आहट
डर कर मत दूर हट