शुक्रवार, 12 दिसंबर 2008

आओ हँस लें

एक आदमी बदहवास सा भागता हुआ मंदिर पहुँचा
आदमी....
हे राम, हे भगवान तुम तो अंतर्यामी हो, इस दुनिया में जो भी कुछ होता है सब आपको पता होता है। मेरे साथ क्‍या हुआ है आप जानते ही हो, जानते हो न.... कि मेरी पत्‍नी गुम हो गयी है।
भगवान राम की आवाज.....
तो फिर क्‍या चाहते हो् ?

आदमी.....
चाहता तो कुछ नहीं, बस आप हनुमान जी को मत बताना।

5 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत अच्छा जोक
    हिंदी लिखाडियों की दुनिया में आपका स्वागत।खूब लिखे। बढ़ियां लिखे। शुभकामनाएं।

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  2. खट-खट किस्मत वालों की खोती है बीबीयाँ मै नही पवनजी (मेरे पति) जवाब दे रहे हैं...:)

    वैसे हनुमान जी से अच्छा जासूस उसे कहाँ मिलेगा अगर सचमुच खोजना है तो...:)

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  3. कोई सीमा गुप्ता जी को जोक मत सुनाना :)

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  4. विवेक भाई
    आपको ये बात कैसे समझ में आई
    ऐसा क्‍या हुआ जो जोक नहीं सुनाना है
    आजकल जोक का ही तो जमाना है
    अब देखो न पाकिस्‍तान हमसे मजाक कर रहा है
    हम से ही नहीं पूरे विश्‍व को धो खा दे रहा है
    जो न धोने के लायक और न खाने के लायक
    खैर जोक की भी कोई सीमा होती है
    सीमा की जोक नहीं। इस रहस्‍य को रहस्‍य न रहने दें और बताएं सीमा को जोक क्‍यों नहीं सुनाना है ?

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टिप्‍पणी की खट खट
सच्‍चाई की है आहट
डर कर मत दूर हट