रविवार, 13 अप्रैल 2008

एक पत्रिका में पढ़ा

भारत की जनसंख्‍या 100 करोड़
इनमें से 19 करोड़ रिटायर्ड लोग हैं
यानि काम करने वाली आबादी महज 81 करोड़
25 करोड़ बच्‍चे स्‍कूल में हैं,
बचे छप्‍पन करोड़
इनमें 22 करोड़ तो केन्‍द्र सरकार के कर्मचारी हैं, अर्थात काम करने वाले तो 34 करोड़ ही होंगे
इनमें से भी 4 करोड़ देश की रक्षा में तैनात हैं
बचे हुए 30 करोड़ में से 20 करोड़ लोग राज्‍य सरकारों के मुलाजिम हैं और ऑफिस में काम होता ही कहां है।
तो 10 करोड़ ही बचे
आंकड़े बताते हैं कि भारत में 8 करोड़ बेरोजगार हैं, यानि उनके पास काम नहीं है।
बचे मात्र दो करोड़
अभी पढ़ रहा था कि हर समय देश में 1 करोड़ 20 लाख लोग अस्‍पतालों में भर्ती होते हैं।
फिर तो 80 लाख ही बचे
भारतीय सांख्यिकी विभाग की रिपोर्ट के अनुसार इस समय देश में 79, 99, 998 लोग जेल में हैं।
यानि कि काम करने वाले तो मात्र दो आदमी हैं।
और भाई मेरे, दो भी कहां तुम तो मेरी लिखी यह बकवास पढ़कर वक्‍त बरबाद कर रहे हो।
तो, इतना बड़ा देश और सारे काम का बोझ अकेले मुझ पर । मार डालोगे मुझे । और अगर मैं मर गया तो देश का क्‍या होगा । नहीं, मैं यह खतरा मोल नहीं ले सकता । मुझे भी थोड़ा आराम कर लेना चाहिए ।

रविवार, 6 अप्रैल 2008