एक पैर का संत महान
जिस बिन हम होंगे बेजान
इस गूंगे के हाथ हजारों
मिल कर इसका नाम विचारो
बुधवार, 28 अक्तूबर 2009
शनिवार, 24 अक्तूबर 2009
नाम बता क्या मेरा
ग्रेफाइट की बाडी मेरी लकड़ी के हैं कपड़े
हर कोई उपयोग में लाता हाथ में पकड़े पकड़े
रंग बिरंगी प्यारी प्यारी बड़ा नुकीला चेहरा
तेरे अंदर बुद्वि है तो नाम बता क्या मेरा
हर कोई उपयोग में लाता हाथ में पकड़े पकड़े
रंग बिरंगी प्यारी प्यारी बड़ा नुकीला चेहरा
तेरे अंदर बुद्वि है तो नाम बता क्या मेरा
शुक्रवार, 23 अक्तूबर 2009
गुरुवार, 22 अक्तूबर 2009
ढूढ़ों अपने कान में
अंक डंक रंक में गुडि़या जी की फ्राक में
कलियों में मुस्काता रहता देखो अपनी नाक में
सड़क किनारे रहता हूं मैं बीचों बीच मकान में
नहीं मिला तो अक्ल लड़ाओ ढूढ़ों अपने कान में
कलियों में मुस्काता रहता देखो अपनी नाक में
सड़क किनारे रहता हूं मैं बीचों बीच मकान में
नहीं मिला तो अक्ल लड़ाओ ढूढ़ों अपने कान में
शनिवार, 17 अक्तूबर 2009
शुभकामनाएं
नगर धुएं से भरा, सांस हुई दुश्वार
बम पटाखे फुलझड़ी, मत फूंको मेरे यार
आज की दिवाली पर हमने और हमारे बच्चों ने आतिशबाजी का प्रयोग नहीं किया है।
बम पटाखे फुलझड़ी, मत फूंको मेरे यार
आज की दिवाली पर हमने और हमारे बच्चों ने आतिशबाजी का प्रयोग नहीं किया है।
मंगलवार, 13 अक्तूबर 2009
औटो चलो कपास
कहीं नहीं औलाद की मेरे बिन औकात
औरत के सम्मुख रहा चलो बताओ बात
मैं और तू के बीच में खोजो करो प्रयास
नहीं मिला तो दण्ड में औटो चलो कपास
पिछली पहेली का उत्तर है ' घड़ी '
औरत के सम्मुख रहा चलो बताओ बात
मैं और तू के बीच में खोजो करो प्रयास
नहीं मिला तो दण्ड में औटो चलो कपास
पिछली पहेली का उत्तर है ' घड़ी '
शनिवार, 10 अक्तूबर 2009
नाम बता दे बस मेरा
ये मेरी मजबूरी है मुझे सिर्फ समय से लड़ना है
अपने दो हाथों के बल पर हर पल आगे ही बढ़ना है
कब सूर्य उगा कब शाम हुई ये काम देखना है तेरा
मैं चलती हूं और स्थिर हूं तू नाम बता दे बस मेरा
अपने दो हाथों के बल पर हर पल आगे ही बढ़ना है
कब सूर्य उगा कब शाम हुई ये काम देखना है तेरा
मैं चलती हूं और स्थिर हूं तू नाम बता दे बस मेरा
गुरुवार, 8 अक्तूबर 2009
सोचो सोचो सोचो
सब चीजों को धूप सुखाये लेकिन हमें भिगोती
हम तो हरदम भीगे रहते छाया जो न होती
चलो खुजाओ सभी खोपड़ी है कैसी ये माया
इस बात को वही बताए जिसको पसीना आया
हम तो हरदम भीगे रहते छाया जो न होती
चलो खुजाओ सभी खोपड़ी है कैसी ये माया
इस बात को वही बताए जिसको पसीना आया
बुधवार, 7 अक्तूबर 2009
एक नन्ही पहेली
मैं तो तेरी रक्षा करता तू रोंदे मेरे तन को
घर के अंदर आने न दे कैसे रोउं जीवन को
पिछली वानर वाली पहेली का उत्तर था ' पटाखा '
घर के अंदर आने न दे कैसे रोउं जीवन को
पिछली वानर वाली पहेली का उत्तर था ' पटाखा '
सोमवार, 5 अक्तूबर 2009
इस वानर का नाम बताओ
एक वानर की पूंछ में जब आग लगाई जाती है
बच्चे भागें दूर दूर जनता पीछे हट जाती है
चिंगारी बनती है शोला हरेक स्तब्ध रह जाता है
लंका में आग नहीं लगती वानर पूरा जल जाता है
बच्चे भागें दूर दूर जनता पीछे हट जाती है
चिंगारी बनती है शोला हरेक स्तब्ध रह जाता है
लंका में आग नहीं लगती वानर पूरा जल जाता है
शुक्रवार, 2 अक्तूबर 2009
दिमाग की बत्ती जलाओ
एक साल की उम्र हमारी बच्चे पूरे दरजन
बारिश भरी जवानी अपनी गर्मी मेरा बचपन
ठंडा ठंडा हाय बढ़ापा काटे नहीं कटेगा
जो भी मेरा नाम बता दे बुद्विमान वो होगा
बारिश भरी जवानी अपनी गर्मी मेरा बचपन
ठंडा ठंडा हाय बढ़ापा काटे नहीं कटेगा
जो भी मेरा नाम बता दे बुद्विमान वो होगा
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