शनिवार, 10 अक्तूबर 2009

नाम बता दे बस मेरा

ये मेरी मजबूरी है मुझे सिर्फ समय से लड़ना है
अपने दो हाथों के बल पर हर पल आगे ही बढ़ना है
कब सूर्य उगा कब शाम हुई ये काम देखना है तेरा
मैं चलती हूं और स्थिर हूं तू नाम बता दे बस मेरा

3 टिप्‍पणियां:

टिप्‍पणी की खट खट
सच्‍चाई की है आहट
डर कर मत दूर हट