कादम्बिनी के ब्लाग संबंधी आलेख से पाकर प्रेरणा और मित्र अविनाश वाचस्पति के सहयोग से आरंभ इस ब्लाग पर मैं वो सब कुछ परोसने का प्रयास करूंगा जो अंदर बाहर घटित होता है। चौखट मन के बाहर भी होती है। चौखटे से उपजी चौखट के चारों ओर का नजारा नजर आएगा। दिखलाने की कोशिश करूंगा।
बहुत अच्छा सोचा है. स्वागत है हिन्दी चिट्ठाजगत में. नियमित लिखना शुरु करें. बहुत शुभकामनायें.
जवाब देंहटाएंचलिये तो आपने ब्लॉग बना ही लिया. अब बराबर लिखते भी रहिये.हमारे ब्लॉग पर आते भी रहिये. :-)
जवाब देंहटाएंलिखते रहें धन्यवाद.
http://kakesh.com
क्या बात है!, एक और रेल वाला :)
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत स्वागत है. लिखते रहें.