घर के अंदर बाहर की दुनिया
नमस्ते अविनाश जी, शुक्रिया शरत् चंद्र के दर्शन कराने के लिये। अभी बालकोनी से आकाश छाना, पर चाँद नज़र न आया, यहाँ आपके ब्लाग पर उसे पाया। चलो दर्शन तो हुए। धन्यवाद।
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नमस्ते अविनाश जी, शुक्रिया शरत् चंद्र के दर्शन कराने के लिये। अभी बालकोनी से आकाश छाना, पर चाँद नज़र न आया, यहाँ आपके ब्लाग पर उसे पाया। चलो दर्शन तो हुए। धन्यवाद।
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